लिस्बन (पुर्तगाल), 07 अप्रैल (वार्ता) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पुर्तगाल की अपनी यात्रा के पहले दिन सोमवार को मेजबान राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा के साथ व्यापार, पर्यटन, स्वच्छ ऊर्जा तथा संस्कृति जैसे विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर विस्तृत और सार्थक चर्चा की।
श्रीमती मुर्मु ने लिस्बने में अपने पहले दिन के व्यस्त कार्यक्रमों के तहत राष्ट्रपति डी सूसा के साथ बैठक की। विदेश मंत्रालय ने इस बैठक को “सार्थक बताया।” विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार दोनों नेताओं ने व्यापार और वाणिज्य, संस्कृति, पर्यटन और लोगों के बीच संबंधों के क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
उन्होंने आईटी, नवीकरणीय ऊर्जा, ग्रीन हाइड्रोजन, स्टार्ट-अप, नवाचार और कुशल गतिशीलता सहित नए और उभरते क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाने पर भी चर्चा की।
श्रीमती मुर्मु ने पुर्तगाल के साथ-साथ भारत के राजनयिक संबंधों के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में राष्ट्रपति डी सूसा के साथ विशेष डाक टिकटों के विमोचन-समारोह में भाग लिया। ये टिकट भारत और पुर्तगाल की समृद्ध कलात्मक और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं। इनमें इनमें दोनों देशों के चटख रंगों वाले लोक परिधान दर्शाए गए हैं।
एक टिकट में राजस्थान की विशिष्ट कालबेलिया पोशाक है और दूसरे में पुर्तगाल की पारंपरिक वियाना डो कास्टेलो पोशाक को दर्शाया गया है।
राष्ट्रपति मुर्मु यूरोप के दो देशों की चार दिन की यात्रा के पहले चरण में आज लिस्बन पहुंचीं। वह यहां से 9-10 अप्रैल को स्लोवाकिया की यात्रा पर जाएंगी।
राष्ट्रपति सूसा ने द्विपक्षीय वार्ता से पहले यहां ‘बेलेम पैलेस’ में राष्ट्रपति मुर्मु का गर्मजोशी से स्वागत किया।
इससे पहले राष्ट्रपति मुर्मु का लिस्बन के ऐतिहासिक 'प्राका डो इम्पीरियो' में गार्ड ऑफ ऑनर के साथ औपचारिक स्वागत किया गया।
श्रीमती मुर्मु पुर्तगाल के महानतम कवि लुइस वाज़ डी कैमोस की कब्र पर गयीं और उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
राष्ट्रपति ने जेरोनिमोस मठ का भी दौरा किया - जो पुर्तगाल में 16वीं सदी की गोथिक वास्तुकला का एक प्रमुख मठ है।
मनोहर, उप्रेती
वार्ता